धनिये की पंजीरी

धनिया पॉवडर को शुद्ध देशी घी में भूनकर उसमे दरदरा पीसा मखाना , काजू बादाम , और कसा हुआ नारियल मिलाये। स्वादानुसार बुरा शकर मिलाये। गर्मियों में घर में धनिये की पंजीरी बना कर रखे और इसका नियमित सेवन करे। इसके अनेक लाभ है - - -

- धनिये का प्रयोग हम अपने चेहरे का कालापन, दाग और धब्बे को दूर करने के लिए करते हैं। इसके लिए 2 गिलास पानी में 2 चम्मच साबुत धनिया भिगो दें, फिर चार घंटे तक उसे ऐसे ही रहने दें, बाद में उसे छान कर अपने चेहरे पर लगायें।
- गर्मियों के दिनों में जब भी हम घमोरियों से परेशान होते हैं तो हमें धनिये के पानी से स्नान करना चाहिए। इससे घमोरियां ठीक हो जाती है।
- पचास ग्राम धनिया में स्वादानुसार पिसा हुआ काला नमक मिलाकर रख लें। खाना खाने के बाद इसका सेवन पानी के साथ करें। ऐसा करने से पसीने की बदबू नहीं आती है।
- सुखा धनिया पीसकर छान लें, फिर इसमें बराबर मात्रा में चीनी डालें। इसका सेवन आप सुबह भूखे पेट पानी के साथ करें। ऐसा करने से कब्ज से राहत मिलती है ।

- चोट के कारण नीला धब्बा बन गया हो या सुजन हो तो धनिये और हल्दी दोनों को पीस को समान मात्रा में मिलाएं, फिर इसमें तेल डालकर इसको अच्छे से भुने। फिर इसे चोट वाली जगह पर लगायें। ऐसा करने से आप को राहत मिलती है।
- जब हम काम करते हुए बहुत थक जाते हैं या सैर करने के बाद हमें बहुत ही थकावट होती है तो ऐसे में धनिये के बीस दाने लेकर चबाने चाहिए, हमारी सारी थकावट दूर हो जाती है।
- जिनको मिर्गी की शिकायत है उन्हें एक किलो पानी में 50 ग्राम धनिया उबालना चाहिए, जब पानी का तीसरा हिस्सा रह जाता है तो उसे छानकर उसमें स्वादानुसार नमक मिला लें। फिर उसे दिन में चार बार पियें। ऐसा करने से आप बहुत ही जल्द ठीक हो जाओगे।
- धनिये का पानी उबालकर उस पानी से कुल्ला करने से मसुडें मजबूत बनते हैं, साथ में मसूड़ों से रक्त निकलना बंद हो जाता है।
- चार चम्मच धनिया में दो चम्मच मिश्री मिलाकर एक गिलास पानी में उबाले। जब पानी आधा रह जाए, तो उसे छान कर पियें। इससे आप को सर्दी जुकाम से होने वाली सिरदर्द ठीक हो जाती है।
- धनिये का प्रयोग हम गले में होने वाले दर्द के लिए भी करते हैं। इसके लिए तीन घंटे के अंदर हमें दो चम्मच सुखा धनिया चबाकर उसका रस चूसना चाहिए। इससे आपको गले में होने वाले रोगों से राहत मिलती है।
- धनिया के नियमित सेवन से मोटापा कम होता है , थाइरोइड और अन्य हॉर्मोन्स संतुलित होते है। गर्मी में यह शीतलता प्रदान करता है और भूख ना लगने , अपच आदि में सहायक होता है।
deepak raj mirdha
yog teacher , Acupressure therapist and blogger
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Reviewed by deepakrajsimple on October 21, 2017 Rating: 5

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