आजकल बहुत से लोग हैं जिन्हें "पिज्जा"
खाने में बड़ा मज़ा आता है .
चलिये पिज्जा पर एक नज़र डालें >>
पिज्जा बेचनेवाली कंपनियाँ
"Pizza Hut, Dominos, KFC, McDonalds, Pizza
Corner, Papa John’s Pizza, California Pizza
Kitchen, Sal’s Pizza"
ये सब कम्पनियॉ अमेरिका की है
अब मैंने हिसाब लगाया कि पिज्जा बनाने में
50 रुपए से ज़्यादा का सामान नहीं लगता ....
और गैस और बाकी खर्च मिला कर करीब 70 रुपए
में एक सड़ा हुआ पिज्जा आसानी से बन
जाता है ..... (चलो 30 रुपए विज्ञापन करने के
भी जोड़ ही लो)
तो एक पिज्जा का लागत मूल्य हुआ 100 /-
कंपनियाँ इसी पिज्जा को 350/- रुपए के करीब
बेचती हैं .....
अब बाकी का 250 रुपए (जो कि शुद्ध
मुनाफा है) कंपनियाँ अपने साथ अमरीका ले
जाती हैं (क्योंकि ये
सारी कंपनियाँ अमेरिकी हैं) ....
आप चाहे तो Wikipediya पे देख सकते हो.
अब आती है सोचने वाली बात .....
अमेरिका की दादागिरी किसी से
छुपी नहीं है .....
और जब भी कुछ छोटी सी भी बात होती है ....
अमेरिका ही ऐसा अकेला देश है जो पाकिस्तान
की आर्थिक मदद करता है ....
और ये बात भी किसी से छुपी हुई नहीं है
कि पाकिस्तान अपने मुल्क में
आतंकवादियों की मदद करता है .....
आतंकवादी फिर उसी पैसे से हथियार खरीदते
हैं .....
तो >>
हमने जो पैसा अमेरिका को दिया ....
अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया ....
पाकिस्तान ने आतंकवादियों को दिया ....
और आतंकवादियों ने उससे हथियार खरीदे ....
अब थोड़ा हिसाब-किताब किया जाये .....
एक साधारण बंदूक की गोली 75 रुपए
की होती है .... तो आप एक पिज्जा खाने के समय
करीब 2 लोगों की मौत का भी प्रबंध कर रहे
हैं .....
"सड़े हुए मैदे" का पिज्जा खाकर .... क्या हम
अपने ही देश से गद्दारी नहीं कर रहे ?
Not:- पिज्जा मे टेस्ट लाने के लिये E-631
flavor Enhancer नाम का तत्व मिलाया जाता है
वो सुअर के मॉस से बनता है आप
चाहो तो Google पे देख लो.
अगली बार जब आपके हाथ में पिज्जा आए ....
तो ज़रा मुंबई के जिहादी हमले में मारे गए
लोगों के चेहरे याद कर लीजिएगा .... कुछ मांग
के उजड़े सिंदूर और अनाथ बिलखते
बच्चे .....मिट्टता हिन्दू र्धम
बस ... और कुछ नहीं .....
उसके बाद भी अगर आप उस
पिज्जा को खा लेंगे .... तो ..... मुझे
खुशी होगी ये कहते हुए कि "आपसे बड़ा गद्दार
कोई नहीं" .... एक तरह से सारे
आतंकी हमलों के लिए ... आप जिम्मेदार हैं ....
Sahi lage to is msg ko aage failaye

Reviewed by deepakrajsimple on February 20, 2014 Rating: 5

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